प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
इसके अंतर्गत पहले साल के लिए देश के 24 लाख युवाओं को विभिन्न उद्योगों से संबंधित स्किल ट्रेनिंग का लक्ष्य रखा गया था और साल 2022 तक यह संख्या 40.2 करोड़ ले जाने की योजना है।
ये योजना खासकर के उन युवाओं पर केन्द्रित है जो या तो बहुत ही कम पढे-लिखे है या फिर स्कूल बीच में ही छोड़ चुके हैं। इस योजना में अधिक से अधिक लोग भाग ले सकें, इसके लिए ऋण प्राप्त करने की भी व्यवस्था की गई है।
इस योजना के अंतर्गत कौशल प्रशिक्षण पाने वाले युवाओं को सरकार द्वारा आर्थिक इनाम भी दिये जाने की व्यवस्था है और प्रशिक्षण खत्म होने के बाद इन युवाओं को सरकार की ओर से एक प्रमाणपत्र दिया जाता है, ताकि उन्हें रोजगार पाने और अपना भविष्य सँवारने में मदद मिल सकें.
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के द्वारा इस कार्यक्रम को क्रियान्वित किया जा रहा है और कौशल प्रशिक्षण नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क और उद्योग द्वारा तय मानदंडों पर बनाया गया है।
योजना का उद्देश्य
इसके अंतर्गत पहले साल के लिए देश के 24 लाख युवाओं को, और साल 2022 तक यह संख्या 40.2 करोड़ ले जाने का लक्ष्य।
अधिकृत संस्था के माध्यम से प्रशिक्षित हो चुके उम्मीदवार के लिए मौद्रिक इनाम की व्यवस्था। ये इनाम प्रति उम्मीदवार Rs.8000 निर्धारित की गई है।
मूल्यांकन और प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में मानकीकरण (Standardization) को प्रोत्साहित करना।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की प्रक्रिया
प्रशिक्षण केंद्र खोज़ना
इसके ऑफिसियल वेबसाइट की मदद से या 08800-55555, इस नंबर पर कॉल करकेअपने पसंद का कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने वाले केंद्र को खोजें।
कौशल सीखें
निर्धारित शुल्क भरें, जरूरी कागजात जमा करें और उस पाठ्यक्रम ने प्रवेश पाए जिसके लिए आप योग्य हों। ज्यादा जानकारी के लिए FAQ पढ़ें
मूल्यांकन एवं प्रमाणीकरण
पाठ्यक्रम के पूरा होने के बाद SSC द्वारा स्वीकृत मूल्यांकन एजेंसी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। उस मूल्यांकन में पास हो जाने बाद सरकारी प्रमाणपत्र तथा स्किल कार्ड दिया जाएगा।
पुरस्कार
कौशल प्रमाण-पत्र से प्रमाणित किए जाने के बाद मौद्रिक पुरस्कार मिलेगा और यह पुरस्कार बैंक खाते मे जमा करा दिया जाएगा।
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